दरभंगा, बिहार। दूल्हा दुल्हन को लेने महंगी कार या किसी और वाहन से नहीं बल्कि फूलों से सजे ई-रिक्शा में सवार होकर पहुंचा। दरअसल दूल्हा श्रवण वायु प्रदुषण के प्रति लोगों का जागरूक करना चाहता था, इसीलिए ई-रिक्शा से शादी करने निकला। इस अनोखी शादी में दूल्हे की बहन खुद ई-रिक्शा चलाते हुए नजर आई। इतना ही नहीं शादी में दूल्हा-दुल्हन ने जयमाला के बाद पौधरोपण किया ही और उसकी सुरक्षा की जिम्मदारी भी ली। दरभंगा का श्रवण और उत्तर प्रदेश की रूचि दोनों पेशे से इंजिनियर हैं। दोनों 9 फरवरी को जीवनसाथी बने।
रिटर्न गिफ्ट में दिए पौधे
दुल्हा-दुल्हन ने शादी पहुंचे मेहमानों को रिटर्न गिफ्ट के तौर पर पौधे भेंट किए। दूल्हे के मुताबिक शादी में मिले उपहार और पैसे दोनों की सामाजिक उपयोग में लगा दिया है। यह राशि शहर के एक सरकारी स्कूल के विकास में खर्च की जाएगी। शादी में आए लोगों में से अगर 10 परिवार भी उनके इस प्रयास को अपने जीवन में ढालने का कोशिश करते हैं तो न सिर्फ उन्हें खुशी होगी, बल्कि आने वाले समय में इसके अच्छे परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं।
निमंत्रण कार्ड के रूप में दी भगवद् गीता
– इस शादी का न्योता देने के लिए महंगे कार्ड नहीं बांटे गए, बल्कि इसकी जगह भगवद् गीता बांटी। दूल्हा-दुल्हनका मानना है कि कार्ड कितना भी महंगा क्यों ना हो, लेकिन हमारे लिए वह उपयोगी नहीं होता। इसकी जगह भगवद्गीता से लोगों को जीवनदर्शन प्राप्त होगा। इस शादी में प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया। वहीं शादी के लिए तैयार पंडाल में ग्लोबल वार्मिंग के कारण होने वाले खतरों को दर्शाने के लिए कई स्टॉल भी लगाए।
-इस शादी में विवाह स्थल पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति सुरेंद्र कुमार सिंह और मेयर वैजयंती देवी खेड़िया ने पौधरोपण कर ग्लोबल वार्मिंग पर अपना संदेश दिया।मिली जानकारी के मुताबिक श्रवण ने दरभंगा में एक जूनियर साइंटिस्ट के नाम से एक क्लब बनाया, जो आज भी बच्चों को प्रतिभा निखारने में बेहद मददगार है।