जर्मनी की संस्था लेमेन वोहने इभीलेप्रा सोसायटी की मुकली मैडम और उनकी पुत्री किड मुकली और सार्थक मानव कुष्ठ आश्रम जयपुर के अध्यक्ष सुरेश कौल जमीरा गांधी कुष्ठ आश्रम पहुंचे। सबसे पहले वे कुष्ठ आश्रम में पीड़ित परिवार से मिले। उन्होंने वर्ग एक से पांचवीं तक के बच्चों के बीच पठन-पाठन व अन्य सामग्रियों का वितरण किया। साथ ही कुष्ठ रोेगियों के लिए चापाकल व सूखा शौचालय का निर्माण कराया। कुष्ठ रोगियों के बच्चों से मिलकर उन्होंने 6 घंटे तक उनके बीच रहकर उनकी समस्याओं को सुना। मुकली अंग्रेजी में संवाद कर रही थी, जिससे बच्चे उनकी भाषा को समझ नहीं पा रहे थे ऐसे में सुरेश कौल हिंदी में अनुवाद कर बच्चों को बता रहे थे। प्रधान शिक्षक व आश्रम के सचिव संजू कुमार ने बताया कि कुष्ठ कॉलोनी के अध्यक्ष बालेश्वर साव व शिक्षिका सुनीता कुमारी व डाॅ.एनएन मिश्रा, ड्रेसर मंजय मुसहर हमेशा इनके साथ रहते है। वे कुष्ठ रोगियों को 2017 मई व जून के समय मार्टिन रेलवे कॉलनी से हटा दिया गया था। लाखों रुपए के संस्था के सामान तोड़ दिए गए थे। जिसका कोई रिकवरी नहीं मिला था। टूटने से पहले 65 कुष्ठ रोगियों के परिवारों को मार्टिन रेलवे ने हटवा दिया था। हमलोगों ने संघर्ष किया व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आवेदन दिया आैर सार्थक मानव कुष्ठ आश्रम जयपुर के अध्यक्ष सुरेश कौल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सारी समस्याओं से अवगत आवेदन देकर कराया था, जिसका परिणाम हुआ कि जमीरा 11 डिसमिल जमीन 10 कुष्ठ रोगियों को मिला। जो भी उनके परिवार है वे उसी में रह रहे है। जाने के पहले लेमेन वाेहने ने कहा है कि 10 और लोगों को 400 रुपए प्रतिमाह पेंशन दिया जाएगा। इसके पहले 9 लोगों को पेंशन मिल रहा है।